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Written by 6:02 am Income Tax

SEBI ने सुरक्षित फंड ट्रांसफर के लिए सत्यापित UPI ID शुरू किए

SEBI

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने निवेश को और सुरक्षित बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। 1 अक्टूबर 2025 से, SEBI एक नई व्यवस्था शुरू करेगा, जिसे सत्यापित UPI ID कहा जाता है। यह व्यवस्था स्टॉक मार्केट में पैसे ट्रांसफर करने के दौरान निवेशकों को धोखाधड़ी से बचाने के लिए है। यह कदम उन बढ़ती हुई धोखाधड़ी की घटनाओं को रोकने के लिए उठाया गया है, जहां फर्जी लोग निवेशकों को गलत खातों में पैसे भेजने के लिए ठग लेते हैं। आइए, इसे आसान शब्दों में समझें कि यह क्या है, क्यों जरूरी है और कैसे काम करेगा।

SEBI ऐसा क्यों कर रहा है?

स्टॉक मार्केट वह जगह है जहां लाखों लोग अपनी मेहनत की कमाई को बढ़ाने के लिए निवेश करते हैं। भारत में 13 करोड़ से ज्यादा लोग इस बाजार का हिस्सा हैं। लेकिन जैसे-जैसे लोग ऑनलाइन निवेश बढ़ा रहे हैं, ठग भी नए-नए तरीके निकाल रहे हैं। वे नकली ब्रोकर, म्यूचुअल फंड कंपनी या अन्य मार्केट खिलाड़ी बनकर लोगों को बेवकूफ बनाते हैं। वे फर्जी ऐप्स बनाते हैं, गलत मैसेज भेजते हैं या नकली वेबसाइट बनाकर निवेशकों से पैसे ट्रांसफर करवाते हैं। एक बार पैसा चला गया, तो उसे वापस पाना लगभग नामुमकिन होता है।

SEBI, जो भारत में स्टॉक मार्केट को नियंत्रित करता है, इन ठगी को रोकना चाहता है। सत्यापित UPI ID की नई व्यवस्था यह सुनिश्चित करेगी कि आपका पैसा केवल SEBI-पंजीकृत विश्वसनीय संस्थाओं, जैसे ब्रोकर, म्यूचुअल फंड या निवेश सलाहकारों के पास जाए। यह सुरक्षित और पारदर्शी भुगतान प्रणाली निवेशकों का भरोसा बढ़ाएगी और डिजिटल लेनदेन को और सुरक्षित बनाएगी।

सत्यापित UPI ID क्या हैं?

UPI यानी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस, एक ऐसा सिस्टम है जिससे आप Google Pay, PhonePe या Paytm जैसे ऐप्स से तुरंत पैसे भेज सकते हैं। SEBI की नई व्यवस्था में SEBI-पंजीकृत मध्यस्थों (जैसे ब्रोकर या म्यूचुअल फंड कंपनियां) को विशेष UPI ID दिए जाएंगे, जो सत्यापित और अद्वितीय होंगे। इन ID का एक खास प्रारूप होगा, जिससे इन्हें पहचानना आसान होगा।

ये UPI ID ऐसे दिखेंगे:

  • UPI ID में मध्यस्थ का नाम होगा, उसके बाद उनकी श्रेणी का एक छोटा कोड। जैसे, “brk” ब्रोकर के लिए या “mf” म्यूचुअल फंड के लिए।
  • “@” चिह्न के बाद एक विशेष पहचान होगी, जिसे “@valid” कहा जाएगा, और फिर बैंक का नाम आएगा। उदाहरण के लिए, ABC नाम का एक ब्रोकर, जिसका खाता HDFC बैंक में है, उसका UPI ID हो सकता है: abc.brk@validhdfc
  • जब आप इस ID पर पैसे भेजेंगे, तो आपका UPI ऐप एक “हरे त्रिकोण में अंगूठा ऊपर” का आइकन दिखाएगा, जो यह पुष्टि करेगा कि प्राप्तकर्ता SEBI-पंजीकृत और विश्वसनीय है।

यह व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि केवल वैध मध्यस्थ ही इन विशेष UPI ID का उपयोग कर सकें। गैर-पंजीकृत या फर्जी लोग इनका इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे, जिससे ठगी करना मुश्किल हो जाएगा।

SEBI चेक टूल

SEBI ने और सुरक्षा के लिए एक टूल लॉन्च किया है, जिसे “SEBI चेक” कहा जाता है। यह टूल निवेशकों को यह जांचने देगा कि कोई UPI ID या बैंक खाता SEBI-पंजीकृत मध्यस्थ का है या नहीं। आप इसे दो तरीकों से इस्तेमाल कर सकते हैं:

  • QR कोड स्कैन करें: अगर कोई मध्यस्थ भुगतान के लिए QR कोड देता है, तो आप SEBI चेक टूल से इसे स्कैन करके इसकी सत्यता जांच सकते हैं।
  • UPI ID डालें: अगर आपके पास UPI ID है, तो आप उसे टूल में टाइप करके जांच सकते हैं। टूल आपको मध्यस्थ के बैंक विवरण, जैसे खाता संख्या और IFSC कोड, भी दिखाएगा, ताकि आप निश्चित हो सकें कि पैसा सही जगह जा रहा है।

यह अतिरिक्त सुरक्षा आपको नकली QR कोड या फिशिंग घोटालों से बचाएगी।

निवेशकों के लिए यह कैसे काम करेगा?

अच्छी बात यह है कि इस नई व्यवस्था से आपको भुगतान करने का तरीका बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आप NEFT, IMPS, RTGS या चेक जैसे अन्य तरीकों से भी पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। लेकिन अगर आप UPI का इस्तेमाल करते हैं, तो 1 अक्टूबर 2025 से आपको केवल नए सत्यापित UPI ID पर ही पैसे भेजने होंगे।

जो लोग सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं, उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। पुराने UPI ID से चल रहे SIP बिना किसी रुकावट के काम करते रहेंगे। लेकिन नए SIP या रिन्यूअल के लिए 2025 से नए सत्यापित UPI ID का इस्तेमाल करना होगा।

SEBI ने स्टॉक मार्केट में UPI ट्रांसेक्शन की रोजाना ₹5 लाख की सीमा तय की है। इस सीमा की समय-समय पर समीक्षा होगी।

निवेशकों के लिए फायदे

  • अधिक सुरक्षा: सत्यापित UPI ID और SEBI चेक टूल से ठगी की संभावना कम होगी।
  • पारदर्शिता: UPI ID के प्रारूप और हरे अंगूठे के आइकन से आपको पता चलेगा कि पैसा कहां जा रहा है।
  • सुविधा: UPI तेज़ और आसान है, और यह सिस्टम इसे सुरक्षित बनाता है।
  • भरोसा: SEBI के आपके पैसे को सुरक्षित करने के प्रयासों से स्टॉक मार्केट में निवेश करने का भरोसा बढ़ेगा।

आगे क्या?

SEBI, नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI), बैंक और अन्य हितधारकों के साथ मिलकर इस व्यवस्था को सुचारु रूप से लागू कर रहा है। लगभग 8,000 से 9,000 मध्यस्थों को 1 अक्टूबर 2025 तक नए UPI ID लेने हैं। 8 दिसंबर 2025 तक पुराने UPI ID का इस्तेमाल हो सकता है, ताकि मध्यस्थों को बदलाव के लिए समय मिले। इसके बाद केवल सत्यापित UPI ID ही स्वीकार किए जाएंगे।

निवेशकों को नई व्यवस्था समझाने के लिए SEBI देशभर में जागरूकता अभियान चलाएगा। इसमें सोशल मीडिया पोस्स्ट, वेबसाइट पर FAQ और शैक्षिक कार्यक्रम शामिल होंगे।

अंतिम शब्द

SEBI का सत्यापित UPI ID लाना भारत के स्टॉॉर्क मार्केट में निवेशक सुरक्षा के लिए एक क्रांतिकारी कदम है। यह सुनिश्चित करता है कि आपका पैसा केवल विश्वसनीय जगहों पर जाए, और साइबर धोखाधड़ी को कम करता है। चाहे आप नए निवेशक हों या पुराने, यह बदलाव आपके वित्तीय लेनदेन को सुरक्षित और तनावमुक्त बनाएगा। 1 अक्टूबर 2025 से “@valid” UPI ID और हरे अंगूठे के आइकन पर ध्यान दें। SEBI के इस प्रयास से स्टॉक मार्केट में निवेश करना पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित हो जाएगा।