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भारत में आयकर रिटर्न (ITR) ऑनलाइन दाखिल करने की सरल प्रक्रिया

भारत में आयकर रिटर्न (ITR) ऑनलाइन दाखिल करने की सरल प्रक्रिया

भारत में आयकर रिटर्न (ITR) ऑनलाइन दाखिल करना एक महत्वपूर्ण कदम है, जो हर व्यक्ति को करना चाहिए, जिनकी आय पर कर लगाया जाता है। चाहे आप एक कर्मचारी हों, व्यवसाय चलाते हों, या अन्य स्रोतों से आय प्राप्त करते हों, ITR को सही समय पर दाखिल करना बहुत जरूरी है। यह न केवल जुर्माना बचाने में मदद करता है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि आप भारतीय कर कानूनों का पालन कर रहे हैं। इस गाइड में, हम आपको आसान स्टेप्स में समझाएंगे कि कैसे आप ITR फाइल कर सकते हैं।

ITR क्यों फाइल करना आवश्यक है?

ITR दाखिल करने से पहले यह समझना जरूरी है कि यह क्यों महत्वपूर्ण है:

  • कानूनी आवश्यकताएं: अगर आपकी आय न्यूनतम छूट सीमा से अधिक है, तो भारतीय कानून के अनुसार ITR दाखिल करना आवश्यक है।
  • ऋण के लिए आवेदन: जब आप गृह ऋण या व्यक्तिगत ऋण के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंक और वित्तीय संस्थान आमतौर पर आपके ITR की मांग करते हैं।
  • जुर्माने से बचाव: ITR समय पर न दाखिल करने पर जुर्माना या ब्याज का भुगतान करना पड़ सकता है।
  • भविष्य में लाभ: समय पर ITR दाखिल करने से आप व्यापार या पूंजीगत नुकसान को अगले वर्षों में सेट ऑफ कर सकते हैं, जिससे आपकी कर देयता कम हो सकती है।

ITR ऑनलाइन दाखिल करने की प्रक्रिया

Step 1: ई-फाइलिंग पोर्टल पर रजिस्टर करें

सबसे पहले, आपको आयकर ई-फाइलिंग पोर्टल पर जाना होगा। अगर आप पहले से रजिस्टर्ड हैं, तो अपने PAN से लॉगिन करें। नहीं तो “Register Yourself” पर क्लिक करें और अपनी आवश्यक जानकारी जैसे:

  • PAN नंबर
  • PAN के अनुसार नाम
  • जन्मतिथि
  • संपर्क जानकारी भरें।

Step 2: सही ITR फॉर्म का चयन करें

भारत में विभिन्न प्रकार के आय के लिए अलग-अलग ITR फॉर्म होते हैं। यह जानना जरूरी है कि आपके लिए कौन सा फॉर्म सही है। मुख्य फॉर्म्स में शामिल हैं:

  • ITR 1 (Sahaj): सैलरी, पेंशन, या ब्याज से आय प्राप्त करने वालों के लिए।
  • ITR 2: सैलरी, हाउस प्रॉपर्टी, या कैपिटल गेंस से आय प्राप्त करने वालों के लिए।
  • ITR 3: वे लोग जिनकी आय व्यवसाय या पेशे से हो।
  • ITR 4 (Sugam): वे लोग और व्यवसाय जो अनुमानित कराधान योजना का चयन करते हैं।

Step 3: व्यक्तिगत और आय विवरण भरें

अब अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, पता, संपर्क विवरण, और बैंक अकाउंट नंबर (रिफंड के लिए) भरें।

Step 4: TDS विवरण भरें

अगर आपकी आय से TDS कट रहा है, तो संबंधित विवरण भरें। आपके Form 16 और Form 26AS में TDS की जानकारी मिलेगी।

Step 5: कटौती और छूट का दावा करें

आपकी कर योग्य आय को घटाने के लिए विभिन्न कटौतियों और छूट का दावा करें जैसे:

  • धारा 80C: PPF, LIC, NSC जैसे निवेशों पर कटौती।
  • धारा 80D: स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर कटौती।
  • HRA (House Rent Allowance): अगर आप HRA प्राप्त कर रहे हैं तो इसे जरूर दावा करें।

Step 6: कर की गणना करें और भुगतान करें (अगर लागू हो)

ITR में सारी जानकारी भरने के बाद, पोर्टल स्वचालित रूप से आपकी कर देयता का हिसाब लगाएगा। अगर आपको कर चुकाना है, तो आप इसे नेट बैंकिंग से या बैंक में चालन जेनरेट करके भर सकते हैं।

Step 7: ITR को ई-वेरीफाई करें

ITR दाखिल करने के बाद, उसे वेरीफाई करना जरूरी है। आप इसे निम्नलिखित तरीकों से वेरीफाई कर सकते हैं:

  • Aadhaar OTP: अगर आपका Aadhaar PAN से लिंक है, तो आपको OTP मिलेगा।
  • नेट बैंकिंग: आप अपने नेट बैंकिंग से भी इसे वेरीफाई कर सकते हैं।
  • EVC: इसे आप अपने बैंक खाते से जेनरेट कर सकते हैं।

Step 8: ITR का एcknowledgment डाउनलोड करें

ITR को सफलतापूर्वक वेरीफाई करने के बाद, आपको एक एcknowledgment मिलेगा जिसे ITR-V कहा जाता है। इसे डाउनलोड करें और सुरक्षित रखें, यह आपके रिटर्न के फाइल होने का प्रमाण है।

निष्कर्ष

ITR ऑनलाइन दाखिल करना एक सरल प्रक्रिया है यदि आप सही दिशा में कदम उठाएं। यह सुनिश्चित करें कि आपके पास सभी आवश्यक दस्तावेज़ हों और सही ITR फॉर्म का चयन करें। समय पर और सही तरीके से ITR दाखिल करने से न केवल आप कानूनी रूप से compliant रहते हैं, बल्कि किसी भी रिफंड के लिए भी पात्र होते हैं। अगर किसी चरण में आपको कठिनाई हो, तो एक टैक्स पेशेवर से मदद लेना हमेशा फायदेमंद हो सकता है।